
Important Tips for Bhatta Business during Firing Process
भट्ठे के कारोबार में जलाई के टाइम धियान देने जोग बाते
1.जलाई की जानकारी प्रति दिन पक्की के मुनशी का नोट करवानी है कि कितनी लाईने गुलाई या सुधाई की हुई हैं और कौन से फढ़ में कोयला चल रहा है।
2.कोयले की गाढ़ी खतम होने के बाद बनाए हुए प्रोफार्मे में जानकारी भर कर अैवरेज़ भर के दफ्तर को भेजनी है।
3 कोयला चलते सीज़न में एडवांस आरडर बुक करवा देना है।
4.जलाई से आगे कम से कम 75 पावे भराई होनी चाहिए और चेम्बर के केस में 14 चैम्बर भराई से कम से कम पीछे होनी चाहीये।
5.जलाई वालों का हिसाब करने से पहले उसको दिया हुआ सामान वापिस लेना है।
6 फैन की स्पीड लिमिट मैं ही होनी चाहिये सफाई के चकर मैं स्पीड जियादा नहीं करनी चहिये
7 कोल् की जुकाई लाइन साफ होने पर ही करनी है काली लाइन की जुकाई नहीं करनी है
8 जलाई के टाइम पे अगर केहि पे भी लगे की लीकेज है उस को मिटटी से पूरी तहरे लिपाई करवानी है ता जो तापमान पूरा रहे.
दीवार और नालीः-
जब भराई बंद हो जाती है तो आखिर में दीवार और नाली बनती है। गैस का सही निकास करने के लिए इस बनी हुई दीवार बनाते वक्त नीचे लिखी हुई बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।
1.दीवार मोटी होनी चाहिए।
2.लिपाई सही तरह से और तूढ़ी पाकर करानी है।
3.लिपाई के बाद पल्ली अच्छी तरह से लगानी है।